आकांक्षी जिले | Aspirational Districts - आकांछी
जिले का मतलब सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े जिलों की पहचान कर उनके समग्र
विकास में सहायता करना है। जीवन की गुणवत्ता देश में मौजूद विभिन्न अंतर-राज्यीय
(Inter-State) और अंतर-जिला (Inter-District) विविधताओं पर निर्भर करती है। इसी
भेदभाव को दूर करने के लिये केंद्र सरकार ने 5 जनवरी, 2018 को आकांक्षी जिला
कार्यक्रम (Aspirational Districts Programme-ADP) जारी किया था। इसके लिए इन
जिलों में पांच प्रमुख विषयों पर कार्य किया जायेगा– जिसमें स्वास्थ्य एवं पोषण
(Health and Nutrition), शिक्षा (Education), कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेश
एवं कौशल विकास (Skill Development), बुनियादी आधारभूत ढांचे (Infrastructure)
शामिल है। इस योजना की सहायता से पिछड़े जिलों में विकास के इन सूचकों को
राष्ट्रीय स्तर के बराबर लाने का प्रयास किया जायेगा। आकांक्षी जिलों के तहत देश
के 115 जिलों को शामिल किया गया है।
• आकांक्षी जिला कार्यक्रम •
उद्देश्य - देश भर के सबसे कम विकसित जिलों को जल्दी और प्रभावी ढंग से
बदलना।
चयन - भारत सरकार द्वारा सम्पूर्ण भारत में 112 जिलों को विभिन्न पैमानों
के आधार पर आकांक्षी जिले घोषित किया जिसमें छत्तीसगढ़ के 10 जिले आकांक्षी जिले में सम्मिलित है -
1. कांकेर
2. कोण्डागांव
3. बस्तर
4. सुकमा
5. दंतेवाड़ा
6. बीजापुर
7. नारायणपुर
8. महासमुंद
9. कोरबा
10. राजनांदगांव (मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी एवं खैरागढ़-छुईखदान-गंडई सहित)
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