बिलासपुर जिले का सामान्य परिचय
02 जनवरी 1861
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जिला मुख्यालय
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बिलासपुर
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सीमावर्ती जिले (5)
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तहसील (11)
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1. बिलासपुर, 2. तखतपुर, 3. कोटा, 4. मस्तूरी, 5. बिल्हा, 6. सकरी, 7. रतनपुर, 8. बेलगहना, 9. बेलतरा, 10. बोदरी, 11. सीपत |
विकासखण्ड (4)
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1. तखतपुर, 2. कोटा, 3. मस्तूरी, 4. बिल्हा
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नगर निगम (1)
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1. बिलासपुर
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नगर पालिका परिषद (2)
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1. रतनपुर, 2. तखतपुर
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लोकसभा क्षेत्र (1)
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1. बिलासपुर
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विधानसभा क्षेत्र (6)
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1. कोटा, 2. बिलासपुर, 3. मस्तूरी (SC), 4. बेलतरा, 5. बिल्हा, 6.
तखतपुर
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प्रमुख जनजाति
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बैगा, भैना, धनवार
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राष्ट्रीय राजमार्ग
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NH 130 (सिमगा-बिलासपुर-कटघोरा-अंबिकापुर)
NH 130 (A) (बिलासपुर-मुंगेली-पंडरिया)
NH 49 (बिलासपुर-जांजगीर चांपा-रायगढ़)
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पिनकोड
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495001
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आधिकारिक वेबसाइट
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• औद्योगिक क्षेत्र -
1. तिफरा
2. सिरगिट्ट
3. सिलपहरी
4. दगोरी
• पार्क -
1. लगरा में ट्रैफिक पार्क स्थित है।
• हवाई अड्डा -
बिलासा बाई केंवटिन हवाई अड्डा
स्थान - चकरभाठा (बिलासपुर)
• सेंट्रल लाइब्रेरी -
1. डॉ. शिव दुलारे मिश्र सेंट्रल लाइब्रेरी
विशेष - प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी
• स्टेडियम -
1. राजा रघुराज सिंह स्टेडियम
2. इंडोर स्टेडियम
3. एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम, बहरतराई
• खनिज -
1. डोलोमाइट - हिर्री माइंस
2. चुना पत्थर - चिल्हाटी
• प्रक्षेत्र -
1. मत्स्य बीज प्रक्षेत्र - खूंटाघाट
2. पशु प्रजनन प्रक्षेत्र - सरकंडा
• मेला -
1. रतनपुर का मेला (माघ पूर्णिमा)
2. मल्हार का मेला (महाशिवरात्रि)
• शिक्षा -
1. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय, कोटा (बिलासपुर)
2. महर्षि इंस्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेन्ट टेक्नालॉजी, मंगला (बिलासपुर)
3. अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर - 2012
4. पं. सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय, बिरकोना (बिलासपुर) - 2005
5. छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (CIMS), बिलासपुर
• व्यक्तित्व -
1. रामगोपाल तिवारी
15 अगस्त 1947 को बिलासपुर में झण्डा फहराया।
2. यदुनंदन प्रसाद
भारत छोड़ो आन्दोलन में भाग लिया।
3. राजकिशोर वर्मा
भारत छोड़ो आन्दोलन में भाग लिया।
4. माखन लाल चतुर्वेदी
• शनिचरी बाजार में अंग्रेजों के खिलाफ ओजस्वी भाषण (1921 में)
• 'पुष्प की अभिलाषा' नामक कविता बिलासपुर जेल में लिखी।
5. वासुदेव देवरस
1930 में वानर सेना का गठन।
6. अमृत लाल दुबे
रचना - तुलसी के बिरवा जगाय।
7. डॉ . शंकर शेष
रचना - भूईया, घरौंदा, दूरियाँ।
• नदी परियोजनाएं -
1. अरपा नदी (100 किमी)
उद्गम - खोड़री खोंगसरा की पहाड़ी
परियोजना - भैंसाझार परियोजना
विशेष - इसके तट पर बिलासपुर शहर स्थित है
2. खारंग नदी
स्थापना - 1920
परियोजना - खूंटाघाट (संजय गांधी परियोजना)
3. छोटी नर्मदा
उद्गम - बेलपान
विशेष - मनियारी की सहायक नदी
बिलासपुर जिले का इतिहास
ऐतिहासिक रूप से बिलासपुर, रतनपुर के कलचुरी राजवंश का भाग था। शहर का मूल रूप
यद्यपि, 1774 के आप-पास मराठा राजवंश के समय आया था। मराठा राजवंश ने यहाँ
किलों का भी निर्माण प्रारम्भ कराया था, हालांकि वो कभी पूरा नहीं हो सका। इस
शहर का नाम 'बिलासपुर' सत्रहवीं शताब्दी की मत्स्य-महिला 'बिलासा बाई केंवटीन' के नाम पर पड़ा। माना जाता है की बिलासपुर लम्बे समय तक मछुवारों की बस्ती
रहा है। बिलासपुर जिले का गठन 1861 में हुआ तथा बिलासपुर नगर निगम 1867 में
अस्तित्व में आया। 1901 में बिलासपुर की जनसंख्या 18937 थी।
बिलासपुर जिले में पर्यटन स्थल
बिलासपुर
• स्थापना - 14 वीं सदी में कल्चुरी शासक रत्नदेव द्वितीय के
द्वारा
• नामकरण - बिलासाबाई केंवटिन के नाम पर
• छत्तीसगढ़ की न्यायधानी
• राजस्व मंडल का मुख्यालय
• 1861 में बिलासपुर एक जिला बना
• 1956 में बिलासपुर को संभाग का दर्जा मिला
• 1867 में बिलासपुर को नगरपालिका का दर्जा मिला।
• 1981 में बिलासपुर को नगर निगम बना।
• छत्तीसगढ़ का शिवाकाशी (माचिस उद्योग) कहा जाता है।
• छत्तीसगढ़ में दियासलाई उद्योग बिलासपुर में स्थित है।
• बिलासपुर वन वृत्त क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रदेश का सबसे बड़ा वन वृत्त है।
• 2003 में बिलासपुर में दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे (SECR) का मुख्यालय स्थापित
किया गया। (क्रम - 16वां)
• छत्तीसगढ़ का सबसे लंबा प्लेटफार्म बिलासपुर रेल्वे जंक्शन है।
• SECL (1985) मुख्यालय बिलासपुर में स्थापित किया गया।
• NTPC (2002) - सीपत (2980MW उत्पादन - 2008 से प्रारंभ) भारत का प्रथम सुपर
क्रिटीकल बॉयल संयंत्र है।
• बिलासपुर वन मण्डल के अधीन कानन पेण्डारी जू स्थित है।
• राउत नाचा महोत्सव प्रारंभ - 1978
• अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय
स्थापना - 2012 (वर्तमान में सर्वाधिक महाविद्यालय से संबंद्ध)
रतनपुर
• कल्चुरी वंश के शासक रत्नदेव प्रथम ने 1050 ई. (11 वीं शताब्दी) में नगर बसाया
था। अतः इसका नाम रतनपुर पड़ा, इस काल में इसको कुबेरपुर के नाम से भी जाना जाता
था।
• रतनपुर 5 खण्डों में बँटा था - 1. तुमानखोल, 2. नलखोल, 3. देवीखोल, 4. भैरवखोल,
5. वराहखोल
• टंकियों के नगर - रतनपुर
• रतनपुर को तालाबों की नगरी कहा जाता है।
• पूर्व नाम - कुबेरपुर, (मणिपुर - ताम्रध्वज की राजधानी)
• छत्तीसगढ़ की प्राचीनतम् राजधानी (1818 ई. में एगेन्यू ने रतनपुर से रायपुर
राजधानी परिवर्तित कर दिया।)
• सूबेदारों का मुख्यालय रतनपुर था।
• रतनपुर का विशाल तालाब पृथ्वीदेव प्रथम द्वारा स्थापित किया गया है।
■ आदिशक्ति माँ महामाया मंदिर - रतनपुर
निर्माण - 1050 ई. (11 वीं शताब्दी)
निर्माणकर्ता - रत्नदेव प्रथम
■ श्री खंडोबा मंदिर - रतनपुर
● मराठों का इष्टदेव
■ लखनी देवी मंदिर (एकवीरा मंदिर)
निर्माण - 12 वीं शताब्दी (1163)
निर्माणकर्ता - रत्नदेव तृतीय के प्रधानमंत्री गंगाधर द्वारा स्थापित
■ रामटेकरी मंदिर - रतनपुर
निर्माण - 18 वीं शताब्दी
निर्माणकर्ता - बिम्बाजी भोंसले
■ सती चौंरा
निर्माण - 18वीं शताब्दी
• छत्तीसगढ़ की प्रथम सती उमाबाई के सती होने का प्रतीक।
• उमाबाई बिम्बाजी भोंसले की पत्नी थी।
■ सती मंदिर
• इसे बीस दुअरिया मंदिर भी कहते हैं।
■ रतनपुर किला
• इसे गज किला कहा जाता है।
• गज का किले में रावण की ऐसी मूर्ति स्थित है जो अपना सिर काट रहा है।
• यहाँ पर सिंह दरवाजा, भैरव दरवाजा, गणेश दरवाजा और सेमर दरवाजा स्थित है।
■ हजरत मूसे खां का दरगाह - रतनपुर
■ बादल महल - रतनपुर (द्वारा - राजसिंह)
■ हवा महल - रतनपुर (द्वारा - राजसिंह)
■ श्री कालभैरवबाबा मंदिर
यह नगर के प्रवेश मार्ग पर स्थित है।
■ कंठी देउल का मंदिर
■ तुलजा भवानी मंदिर
तालागांव
• मनियारी नदी व बसंती नाले के संगम पर स्थित है।
• मनियारी नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक व पुरातात्विक स्थल है।
• अमेरीकापा - तालागांव मनियारी नदी के तट पर स्थित है।
• वाममार्गियों के तंत्र साधना स्थली।
■ रूद्र शिव की अष्टमुखी प्रतिमा
• यह प्रतिमा विभिन्न 11 जीवों के अंगों से निर्मित लाल बलुआ पत्थर से बनी है।
• निर्माणकर्ता - शरभपुरीय शासक
■ देवरानी जेठानी मंदिर
• यह भगवान शिव जी का मंदिर है।
• छत्तीसगढ़ का सबसे प्राचीन मंदिर है।
• निर्माण - 5 वीं से 6 वीं शताब्दी में
• इस मंदिर का निर्माण शरभपुरीय शासनकाल के दौरान दो रानियों द्वारा की गई।
• इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है।
• यह गुप्तकालीन स्थापत्य कला का प्रतिनिधित्व करता है।
मल्हार
• उत्खनन के दौरान महापाषाण युगीन सभ्यता से संबंधित साक्ष्य मिले हैं तथा यहां
काले एवं लाल रंग के दुर्लभ मृण्पात्र मिले हैं।
• यह प्राचीन समय में प्रसिद्ध व्यापारिक प्रतिष्ठान माना जाता था।
• शरभपुरीय राजा प्रसन्नमात्र द्वारा बसाया गया लीलागर (निडिला) के तट पर स्थित
है।
• परगहनिया जैन मंदिर स्थित है।
• मल्हार महोत्सव बिलासपुर जिले के मल्हार में आयोजित होता है।
• मंदिर -
1. डिडिनेश्वरी माता - ग्रेनाइट से निर्मित है।
2. पातालेश्वर मंदिर
3. चतुर्भुजी विष्णु
बुढ़ीखार
• बुढ़ीखार भगवान विष्णु के चतुर्भुजी मूर्ति सर्व प्राचीन मूर्ति है, जो
मौर्यकालीन माना जाता है।
लूथरा शरीफ
• मुस्लिमों का धर्मस्थली (हजरत बाबा सैयद इंसान अली की दरगाह)
कोनी
• गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय (छत्तीसगढ़ का एकमात्र केंद्रीय
विश्वविद्यालय।
• छत्तीसगढ़ का प्राचीनतम् आई.टी.आई. (ITI) - 1904
चकरबेड़ा
• चकरबेड़ा में सातवाहनकालीन रोम के स्वर्ण सिक्के के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
बोदरी
• छत्तीसगढ़ का उच्च न्यायालय
• स्थापना - नवंबर 2000
• देश के 19वां क्रम का उच्च न्यायालय है।
• देश के पहले क्रम का ई - लोक अदालत है।
बेलपान
• छोटी नर्मदा का उद्गम स्थल
• छत्तीसगढ़ के अमरकंटक के नाम से प्रसिद्ध है।
खूंटाघाट बांध
• खारंग नदी पर रतनपुर के समीप निर्मित है।
अन्य पर्यटन स्थल
• तिफरा - काली मंदिर
• बेलगहना - सिद्ध बाबा मंदिर, महाकालेश्वर मंदिर
• बेलपान - शिव मंदिर, विशालकुंड, सीताकुंड
केन्द्र संरक्षित स्मारक
1. प्राचीनगढ़, मल्हार
2. पातालेश्वर महादेव मंदिर, मल्हार
3. कंठी देउल मंदिर, रतनपुर
4. अजमेरगढ़ किला आमनाला, बिलासपुर
5. शिव मंदिर बेलपान, बिलासपुर
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