जांजगीर-चांपा जिले की स्थापना 25 मई 1998 को हुई थी। जिला जांजगीर-चांपा
छत्तीसगढ राज्य के मध्य स्थित होने के कारण इसे छत्तीसगढ राज्य के हृदय के रूप
में माना जाता है। जांजगीर-चांपा जिले का मुख्यालय जांजगीर कलचुरी वंश के महाराजा
जाज्वल्य देव की नगरी है।
जांजगीर-चांपा जिले का सामान्य परिचय
25 मई 1998
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जिला मुख्यालय
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जांजगीर
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मातृ जिला
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सीमावर्ती जिले (5)
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तहसील (9)
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1. जांजगीर, 2. अकलतरा, 3. बलौदा, 4. नवागढ़, 5. शिवरीनारायण, 6.
चांपा, 7. सारागांव, 8. बम्हिनीडीह, 9. पामगढ़
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विकासखण्ड (5)
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1. पामगढ़, 2. अकलतरा, 3. चांपा, 4. नवागढ़, 5. बलौदा
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नगर पालिका परिषद (3)
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1. जांजगीर, 2. चांपा, 3. अकलतरा
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लोकसभा क्षेत्र (1)
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1. जांजगीर-चांपा (SC)
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विधानसभा क्षेत्र (6)
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1. अकलतरा, 2. जांजगीर-चांपा, 3. पामगढ़ (SC)
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राष्ट्रीय राजमार्ग
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NH 49 (बिलासपुर-जांजगीर-चांपा-रायगढ़)
NH 149 B (जांजगीर-चांपा-कटघोरा)
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पिनकोड
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495668 (जांजगीर)
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आधिकारिक वेबसाइट
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• मड़वा तेंदूभांठा -
ताप विद्युत संयंत्र
स्थापना - 2015 - 16
स्थान - मड़वा तेंदूभांठा
उत्पादन क्षमता - 1000 मेगावाट
• रियासत -
1. सक्ती
• 14 देशी रियासतों में सबसे छोटा देशी रियासत
• औद्योगिक क्षेत्र -
1. कॉपन
2. मुक्ताराजा
• औद्योगिक परियोजना -
महानदी पर कुल पांच औद्योगिक परियोजनाएं है -
1. साराडीह बैराज
2. शिवरीनारायण बैराज
3. बसंतपुर बैराज
4. मिरौनी बैराज
5. कलमा बैराज
विशेष - वर्तमान में सर्वाधिक सिंचित क्षेत्र वाला जिला जांजगीर चांपा जिला है।
• मेला / महोत्सव -
1. शिवरीनारायण का मेला (माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक)
2. तुरीधाम का मेला (महाशिवरात्रि)
3. दलहा पहाड़ का मेला (नागपंचमी)
4. पीथमपुर का मेला (होली धूल पंचमी)
5. लखनघाट का मेला (मकर संक्रांति)
6. कुटीघाट का मेला (बसंत पंचमी)
• सांस्कृतिक समारोह -
1. जाजल्य लोक महोत्सव, जांजगीर
2. शिवरीनारायण महोत्सव, शिवरीनारायण
• चांपा -
• छत्तीसगढ़ का सबसे गर्म स्थल
• मध्य भारत एवं ब्रुक बांड पेपर मिल
• प्रकाश एवं सोन इस्पात संयंत्र, जांजगीर चांपा
• "कोसा" बुनाई उद्योग का प्रसिद्ध केन्द्र है।
• बालपुर -
• साहित्य का तीर्थ स्थल।
• लोचन प्रसाद पाण्डे, मुकुटधर पाण्डे तथा बंशीधर पाण्डे का जन्म स्थल।
• अकलतरा -
• बैरिस्टर छेदी लाल अकलतरा के थे।
जांजगीर-चांपा जिले का इतिहास
जिला जांजगीर-चांपा के मुख्यालय जांजगीर कलचुरी वंश के महाराजा जाज्वल्य देव की
नगरी है। जिला जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ राज्य के प्रमुख अनाज उत्पादक जिलों में
से एक है। यहां स्थित विष्णु मंदिर जांजगीर-चांपा जिलें के सुनहरे अतीत का
प्रतीक है। विष्णु मंदिर वैष्णव समुदाय की प्राचीन कलात्मकता की परिचायक है।
हसदेव परियोजना को जिला जांजगीर-चांपा के लिए जीवन वाहिनी के रूप में माना गया
है।
जांजगीर-चांपा जिले में पर्यटन स्थल
जांजगीर
12 वीं शताब्दी में कल्चुरी शासक जाजल्यदेव प्रथम द्वारा स्वयं के नाम पर
जाजल्यपुर नामक शहर बसाया गया। जिसे वर्तमान जांजगीर के रूप में चिन्हांकित
किया गया है, आज भी जाजल्यदेव की स्मृति में प्रतिवर्ष जाजल्य महोत्सव मनाया
जाता है एवं साथ ही, विष्णु मंदिर का निर्माण कराया।
■ विष्णु मंदिर -
• स्थान - जांजगीर
• निर्माणकर्ता - जाजल्यदेव प्रथम
• शैली - सप्तशैली से निर्मित है।
• विशेष -
इस मंदिर का शिखर अधूरा है।
स्थानीय स्तर पर इसे नकटा मंदिर कहा जाता है।
इसके समीप भीमा तालाब स्थित है।
■ नहरिया बाबा मंदिर -
नहरिया बाबा मंदिर जांजगीर में स्थित है।
■ चांपा - समलेश्वरी मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, राजमहल
खरौद
• प्राचीन नाम - इंद्रपुर
• संज्ञा - छत्तीसगढ़ का काशी
• मंदिर - 1. शबरी मंदिर
2. लक्ष्मणेश्वर मंदिर
• गर्भगृह में - शिवलिंग
• निर्माण सोमवंशीय शासकों के द्वारा छठवीं शताब्दी में ईशानदेव (पाण्डु वंश)
ने
• जीर्णोद्धार - कल्चुरी शासक रत्नदेव तृतीय द्वारा।
शिवरीनारायण
• स्थान - जांजगीर - चांपा
• शिवरीनारायण महानदी, शिवनाथ व जोंक नदी के संगम पर स्थित है।
• मंदिर - 1. नर - नारायण मंदिर
2. केशव - नारायण मंदिर
3. जगन्नाथ मंदिर
4. चन्द्रचूड़ का मंदिर
(अल्हणदेव द्वारा निर्मित)
विशेष -
1. अद्भुत बट वृक्ष जिसके पत्ते दोने के समान होते हैं।
2. रामायणकालीन स्थल (माता शबरी का आश्रम, यहां पर ऐसी मान्यता है कि भगवान
श्रीराम ने अपने 14 वर्ष के वनवास के समय यहाँ माता शबरी के जूठे बेर खाये थे)
पीथमपुर
• हसदेव नदी के तट पर जांजगीर - चांपा जिले में स्थित है।
• कलेश्वर महादेव का मंदिर (कुलेश्वर महादेव मंदिर - राजिम) • महाशिवरात्रि व
रंगपंचमी पर मेला लगता है।
दलहा पहाड़
• सिद्धमुनी आश्रम, नागेश्वर धाम मंदिर
• नागपंचमी के दिन मेला आयोजित होती है।
• दलहा पहाड़ अकलतरा में स्थित है।
कोटमीसोनार
• कोटमीसोनार में क्रोकोडाइल पार्क स्थित है।
• यहां मगरमच्छ का कृत्रिम रूप से संरक्षण किया जा रहा है।
घटादाई
• घटादाई पहरिया पर त्रिपुर सिंगार देवी का मंदिर स्थित है।
किरारी गांव
• किरारी गांव यहां के एक तालाब से सातवाहन कालीन काष्ठ स्तंभ की प्राप्ति हुई
है।
• जिसमें सातवाहन वंशीय कर्मचारी, अधिकारियों का नामोल्लेख है।
• सन् 1921 में खोजा गया और वर्तमान में इसे महंत घासीदास संग्रहालय रायपुर में
रखा गया है।
केन्द्र संरक्षित स्मारक
1. कोटमी किला, कोटमी
2. चन्द्रचूड़ मंदिर, शिवरीनारायण
4. केशव नारायण मंदिर, शिवरीनारायण
5. ईंट निर्मित इंदल देउल मंदिर, खरौद
6. ईंट निर्मित शबरी मंदिर, खरौद
7. विशाल विष्णु मंदिर, जांजगीर
जांजगीर-चांपा जिले में विशेष
• छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व - 420 (18 जिलों के अनुसार) जांजगीर
चांपा जिले में है।
• जनसंख्या की दृष्टि से सर्वाधिक अनुसूचित जाति (SC) जांजगीर-चांपा जिले में
निवासरत है।
• भारतीय मानक समय रेखा (IST) इस जिले से होकर गुजरती है।
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