कोरबा जिला छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी के नाम से प्रसिद्ध है। कोरबा जिला, बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है, यहाँ मुख्य रूप से संरक्षित आदिवासी जनजाति कोरवा (पहाडी कोरवा) निवास करते हैं। कोरबा जिला चारों ओर से हरे भरे वनो से लाभान्वित हैं, यहाँ आदिवासियों की एक बड़ी जनसंख्या पायी जाती हैं। यहाँ के आदिवासी वन क्षेत्र में पर्यावरण के साथ रहना पसंद करते हैं जिसके कारण उन्होंने अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक विशेषताओं और पारंपरिक प्रथाओं को बरकरार रखा है।
कोरबा जिले का सामान्य परिचय
25 मई 1998 | |
जिला मुख्यालय | कोरबा |
मातृ जिला | |
सीमावर्ती जिले (9) | 1. जांजगीर चांपा, 2. रायगढ़, 3. सरगुजा, 4. सूरजपुर, 5. कोरिया, 6. बिलासपुर, 7. गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, 8. सक्ती, 9. मनेन्द्रगढ़ - चिरमिरी - भरतपुर |
तहसील (10) | 1. कोरबा, 2. करतला, 3. अजगरबहार, 4. बरपाली, 5. कटघोरा, 6. दर्री, 7. पाली, 8. हरदीबाजार, 9. पोड़ी-उपरोड़ा, 10. पसान |
विकासखंड (5) | 1. पाली, 2. कोरबा, 3. कटघोरा, 4. करतला, 5. पोड़ी-उपरोड़ा |
नगर निगम (1) | 1. कोरबा |
नगर पालिका परिषद (3) | 1. कटघोरा, 2. दीपका 3. बांकी मोंगरा |
विधानसभा क्षेत्र (4) | 1. पाली (ST), 2. कटघोरा, 3. कोरबा, 4. रामपुर (ST) |
लोकसभा क्षेत्र (1) | कोरबा |
राष्ट्रीय राजमार्ग | NH - 130 NH - 149 B |
पिनकोड | 495677 |
आधिकारिक वेबसाइट |
• भू-गर्भिक शैलक्रम -
1. गोंड़वाना क्रम की चट्टान
2. दक्कन ट्रैप
• खनिज -
1. कोयला क्षेत्र -
• कुसमुंडा
• गेवरा
• दीपका
• कोरबा
• हसदो रामपुर बेसिन
• मुकुंदघाट
2. बॉक्साइट क्षेत्र -
• फुटका पहाड़
• पवन खेड़ा
• केरता पहाड़
• शिक्षा -
1. नवीन चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना
• प्रमुख उद्योग -
1. NTPC कोरबा
स्थापना - 1978
उत्पादन - 1983
स्थान - जमनीपाली (कोरबा)
क्षमता - 2600 मेगावाट
2. BALCO
स्थापना - 24 नवम्बर 1965
उत्पादन - 1975
उपयोग - बॉक्साइट खनिज
विशेष - यह उद्योग रूस एवं जर्मनी के सहयोग से बनाया गया है।
3. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह
स्थान - कोरबा पूर्व
स्थापना - 2007
क्षमता - 500 मेगावाट (250×2)
4. हथकरधा उद्योग
स्थान - कोरबा
5. सल्फर गैस उत्सर्जक प्लांट
कोरबा में देश का 17वें क्रम का सल्फर गैस उत्सर्जक प्लांट प्रस्तावित है।
6. हसदेव फूड प्रोसेसिंग पार्क
यह पार्क कोरबा में प्रस्तावित है।
7. एल्यूमीनियम पार्क
स्थान - कोरबा
8. CIPET (सीपेट)
स्थान - स्याहीमुड़ी (कोरबा)
• मेले -
1. कनकी का मेला (महाशिवरात्रि)
2. कुदुरमाल का मेला (माघपूर्णिमा)
• जंगल सत्याग्रह -
स्थान - बांधाखार, कटघोरा (1930)
नेतृत्वकर्ता - मनोहर लाल शुक्ल
• हवाई पट्टी -
• स्थान - कोरबा
• राज्य शासन के अधीन
• पहाड़ी -
छुरी - उदयपुर पहाड़ियों का विस्तार कोरबा - रायगढ़ तक है।
• विशेष -
कोरबा मानव विकास सूचकांक के प्रथम स्थान पर है ।
• जलप्रपात -
1. केन्दई जलप्रपात, कटघोरा (केन्दई नदी पर)
2. देवपहरी जलप्रपात, कोरबा (चोरानाई नदी पर)
• नदी परियोजना -
हसदेव बांगो परियोजना -
• नदी - हसदेव नदी
• नामकरण - मिनीमाता बांध
• स्थान - बांगो ग्राम (कोरबा)
• सिंचाई क्षमता - 4,20,580 हेक्टेयर
• निर्माण प्रारंभ - 1967
• पूर्ण रूप से तैयार - 2011
• लाभान्वित जिले - कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा
• क्षमता - 40×3 = 120 मेगावाट
• अन्य परियोजना -
1. लघु जल विद्युत परियोजना
निर्माण - 2003, 2009
स्थान - कोरबा
उत्पादन क्षमता - 1.7 मेगावाट
कोरबा जिले का इतिहास
कोरबा जिला को 25 मई 1998 में प्रभावी पूर्ण राजस्व जिले का दर्जा प्राप्त हुआ। जिसका मुख्यालय कोरबा शहर में है, जो कि हसदेव और अहिरन नदी के संगम के किनारे स्थित है। कोरबा को छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी कहा जाता है। कोरबा जिला बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है। कोरबा जिला मुख्यालय राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दुरी पर स्थित है।
कोरबा जिले में पर्यटन स्थल
पाली का शिव मंदिर
• अन्य नाम - प्रस्तर शिवमंदिर
• निर्माण - 9 वीं सदी
• निर्माणकर्ता - राजा विक्रमादित्य (बाणवंशी शासक)
• जीर्णोद्धार - जाजल्यदेव प्रथम (कल्चुरी शासक)
लाफागढ़ (छत्तीसगढ़ का चित्तौड़)
• यह दुर्गम पहाड़ की चोटी पर स्थित है।
• लाफागढ़ का किलाबंदी कार्य पृथ्वीदेव प्रथम के द्वारा किया गया था।
• इसमें प्रवेश हेतु तीन द्वार हैं 1. मेनका द्वार, 2. हुंकार द्वार, 3. सिंह द्वार
• ये मैकल श्रेणी के अंतर्गत आने वाली पहाड़ियां है।
• रत्नदेव प्रथम द्वारा निर्मित महिषासुर मर्दिनी मंदिर स्थित है।
चैतुरगढ़
• इसकी चोटी पर एक किला स्थित है जिसे चैतुरगढ़ का किला कहा जाता है।
• ब्रिटिश अधिकारी वैंगलर ने इसे दुर्गम व अभेद्य किला कहा है।
• इस किले का निर्माण राजा बाहरेन्द्र साय द्वारा 14 वीं शताब्दी में करवाया गया था।
• इसकी प्राकृतिक सुन्दरता के कारण इसे छत्तीसगढ़ का कश्मीर भी कहा जाता है।
• महिषासुर मर्दिनी मंदिर - पहाड़ी के शीर्ष भाग पर स्थित है जिसका निर्माण कलिंगराज द्वारा करवाया गया था।
• शंकर खोल गुफा - यह शिवजी का गुफा है जिसके दर्शन के लिए व्यक्ति को झुककर अंदर जाना पड़ता है।
कुदुरमाल
• स्थापना - गुरू मुक्तामणि साहब द्वारा
• कबीरपंथ का तीर्थ स्थल है।
तुमान
• स्थापना - 1000 ई.
• द्वारा - छत्तीसगढ़ में कल्बुरियों की प्रारंभिक राजधानी (कलिंगराज द्वारा स्थापित)
• रत्नदेव प्रथम - बंकेश्वर शिव मंदिर
• पृथ्वीदेव प्रथम - पृथ्वीदेवेश्वर मंदिर
कोसईगढ़
• यह हसदेव नदी के समीप पुटका पहाड़ी पर स्थित है।
• यह 36 गढ़ों में से एक गढ़ है।
• यहां कोसगई देवी का मंदिर स्थित है।
• रतनपुर कल्चुरी के बाहरेन्द्र साय ने इसे अपना राजधानी बनाया।
लेमरू
• हाथी वन्यजीव अभ्यारण्य बनाये जाने हेतु प्रस्तावित है।
• जिसमें कोरिया और सरगुजा जिले के भी कुछ क्षेत्र शामिल किए जायेगे।
• घोषणा - 15 अगस्त 2019
• क्षेत्रफल - 1995 वर्ग किमी
• शामिल क्षेत्र - कोरबा, कटघोरा, सरगुजा, धरमजयगढ़ के वनमण्डल
अन्य पर्यटन स्थल
1. सतरेंगा
2. केन्दई जलप्रपात
3. हसदेव बांगो बांध
4. देवपहरी जलप्रपात
5. मड़वा रानी मंदिर
6. सर्वमंगला मंदिर
7. कनकी कंकेश्वर मंदिर
8. बुका जलाशय (छत्तीसगढ़ का मॉरीशस)
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