छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग | Use of the Word Chhattisgarh | सबसे पहले छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग

छत्तीसगढ़ शब्द का उल्लेख सबसे पहले 1487 में दलराम राव (दलपत राव) की रचना में मिलती है दलराम राव खैरागढ़ रियासत में चारण कवि रहे है ये राजा लक्ष्मी निधि राय के समकालीन था। मलिक मोहम्मद जायसी के कविता में रतनपुर का उल्लेख मिलता है। वही गोपाल प्रसाद मिश्र द्वारा 1689 में लिखित खूब तमाशा (काव्य संग्रह) में छत्तीसगढ़ का उल्लेख मिलता है। छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया इसका वर्णन नीचे दिया गया है।

Use of the Word Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग

1. दलराम राव (दलपत राव) द्वारा :
खैरागढ़ रियासत के राजा लक्ष्मीनिधिकर्ण राय के दरबारी एवं चारण कवि दलराम राव ने (1494 में) अपनी साहित्य रचना में सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग किया।

लक्ष्मीनिधि राय सुनो चित्त दें।    
गढ़ छत्तीसगढ़ में न गढैया रही।।

नोट - डॉ. विनय कुमार पाठक के अनुसार राज कवि दलपतराव ने सन् 1487 ई. में एक प्रशस्ति में छत्तीसगढ़ शब्द का वर्णन किया।

2. कवि गोपाल मिश्र द्वारा :
कल्चुरी शासक राजसिंह के दरबारी कवि गोपाल मिश्र ने 1746 में अपनी रचना 'खूब तमाशा' में छत्तीसगढ़ शब्द का उल्लेख किया है।

3. मि. जे. टी. ब्लंट द्वारा :
ब्लंट ने 1795 में अपने यात्रा वृतांत का वर्णन बिलासपुर गजेटियर में शासकीय रूप से छत्तीसगढ़ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग ब्रिटिश अधिकारी द्वारा किया गया।

4. बाबू रेवाराम के अनुसार :
छत्तीसगढ़ के प्रथम आधुनिक इतिहासकार बाबू रेवाराम ने अपनी रचना "विक्रम विलास" (1896) में छत्तीसगढ़ शब्द का प्रयोग किया।

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